Saturday, September 28, 2024

Top Sexologist Patna, Bihar for Anorgasmia Treatment | Dr. Sunil Dubey

 पुरुषों में होने वाले एनोर्गैज़्मिया (स्खलन विकार) के बारे में:

एनोर्गैज़मिया एक प्रकार का यौन रोग है जो स्खलन विकार को संदर्भित करता है। आम तौर पर, यह गुप्त व यौन समस्या पुरुषों और महिलाओं दोनों को प्रभावित करता है। इस स्थिति में, पर्याप्त यौन उत्तेजना और आवेश होने के बावजूद, पीड़ित व्यक्ति के लिए संभोग सुख प्राप्त करने में लगातार या बार-बार असमर्थता का होना शामिल है। यौन रोग की इस स्थिति को एनोर्गैज़मिया के रूप में जाना जाता है। पुरुषो या महिलाओं में होने वाले इस गुप्त व यौन रोग की प्रकृति के अनुसार, तीन प्रकारों में वर्गीकृत किया गया है।

  1. प्राथमिक एनोर्गैज़मिया: संभोग सुख प्राप्त करने में आजीवन असमर्थता का होना।
  2. द्वितीयक एनोर्गैज़मिया: संभोग सुख प्राप्त करने में अर्जित अक्षमता का होना।
  3. परिस्थितिजन्य एनोर्गैज़मिया: विशिष्ट स्थिति में संभोग सुख प्राप्त करने में असमर्थता का होना।


हमारे विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य और सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान के विशेषज्ञ डॉ. सुनील दुबे, जो कि पटना में शीर्ष-श्रेणी के सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट भी हैं, कहते हैं कि व्यापक रूप से यह माना जाता है कि एनोर्गैज़मिया 10-40% पुरुषों और 20-50% महिलाओं को उनके यौन जीवन में प्रभावित करता है। वे आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी चिकित्सा से के लंबे समय से जुड़े हुए आयुर्वेद चिकित्सा-विज्ञान के रिसर्चर भी हैं, जहां उन्होंने पुरुषों और महिलाओं के विभिन्न यौन विकारों पर शोध किया व बहुत सारे आयुर्वेदिक चिकित्सा-उपचार की खोज भी की है। एनोर्गैज़मिया के मामले में, वे कहते हैं कि आम तौर पर, इस समस्या से प्रभावित गुप्त व यौन रोगी को संभोग सुख प्राप्त करने में कठिनाई, देरी से या अनुपस्थित संभोग, कम यौन संतुष्टि और भावनात्मक संकट का सामना करना पड़ता है।

Top Sexologist Patna, Bihar for Anorgasmia Treatment | Dr. Sunil Dubey


भारत में करीब 16% शादीशुदा पुरुष व 22% अविवाहित पुरुष इस समस्या से जूझ रहे है। अगर महिलाओं की बात करे तो करीब 35 % महिला इससे पीड़ित है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है और यौन हार्मोन का स्तर घटता है, वैसे-वैसे इस गुप्त व यौन समस्या का बढ़ना स्वाभाविक है। अगर हम उम्र के हिसाब से देखे तो यह

  • 18-24 आयु वर्ग के 10-20 % लोगो को प्रभावित करता है।
  • 25-44 आयु वर्ग के 15-30 % लोगो को प्रभावित करता है।
  • 45-64 आयु वर्ग के 20-40 % लोगो को प्रभावित करता है।
  • 65+आयु वर्ग के 30-50 % लोगो को प्रभावित करता है।

शहरी लोगों की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों के लोग इस गुप्त एवं यौन समस्या से अधिक प्रभावित हैं।


पुरुषों या महिलाओं में होने वाले एनोर्गेस्मिया के कारण:

डॉ. सुनील दुबे, बिहार के बेस्ट सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर का कहना है कि आम तौर पर मनोवैज्ञानिक कारक, तंत्रिका संबंधी विकार, हार्मोनल असंतुलन, दवा और जीवनशैली कारक किसी भी व्यक्ति के यौन जीवन के साथ-साथ समग्र स्वास्थ्य को भी प्रभावित करते हैं। किसी भी व्यक्ति के रहन-सहन, सामाजिक घटक, शिक्षा, व पारिवारिक परिवेश भी बहुत हद तक मायने रखती है। आइए एनोर्गेस्मिया के कारणों को विस्तार से समझे।


  • मनोवैज्ञानिक कारक: चिंता, अवसाद, तनाव, आघात और रिश्ते की समस्याएं पुरुषो व महिलाओं में पाए जाने वाले सबसे आम मनोवैज्ञानिक कारक हैं जो किसी व्यक्ति के यौन स्वास्थ्य को प्रभावित करने में मुख्य भूमिका निभाते हैं।
  • तंत्रिका संबंधी विकार: मधुमेह, मल्टीपल स्केलेरोसिस, रीढ़ की हड्डी की चोट और स्ट्रोक तंत्रिका संबंधी विकार हैं जो किसी व्यक्ति के यौन कार्य को अव्यवस्थित करते हैं। इससे न केवल यौन स्वास्थ बल्कि अन्य शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
  • हार्मोनल असंतुलन: टेस्टोस्टेरोन के स्तर में गिरावट और थायरॉयड विकार हार्मोनल असंतुलन हैं जो किसी व्यक्ति के यौन जीवन में इच्छा और संतुष्टि को कम करते हैं।
  • दवा: एंटीडिप्रेसेंट, एंटीसाइकोटिक्स और ब्लड प्रेशर की दवाओं के कुछ साइड इफेक्ट होते हैं जिनका अत्यधिक सेवन से पुरुषों या महिलाओं के यौन कार्य प्रभावित होते हैं।
  • जीवनशैली संबंधी कारक: अत्यधिक धूम्रपान, शराब का सेवन, अत्यधिक व्यायाम, मोटापा और गतिहीन जीवनशैली व्यक्ति को उसके दैनिक या यौन जीवन में थका देती है। यह अनियमित जीवनशैली हमेशा स्वस्थ शरीर के लिए मायने रखती है जिसके कारण यौन क्रिया और समस्त स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है।


पुरुषों या महिलाओं में एनोर्गेस्मिया होने के लक्षण:

डॉ. सुनील दुबे यह भी कहते हैं कि किसी भी गुप्त या यौन समस्या के लक्षणों को जानना एहतियात, उपचार और दवा का संकेत है। लक्षणों के आधार पर, गुप्त व यौन रोगी अपने बेहतर स्वास्थ्य या जीवन के बारे में जागरूक हो सकता है।

  • संभोग सुख प्राप्त करने में कठिनाई का होना।
  • विलंबित या अनुपस्थित संभोग सुख की अनुभूति।
  • यौन संतुष्टि में कमी का होना।
  • भावनात्मक संकट का उभरना।
  • रिश्तों में समस्याएं का सामना करना।

उपयुक्त सारे एनोर्गेस्मिया के लक्षण हैं, जिनके माध्यम से कोई व्यक्ति एनोर्गेस्मिया की समस्या के बारे में जान सकता है। वैसे, यह एक उपचार योग्य यौन समस्या है और आयुर्वेद चिकित्सा-उपचार में बिना किसी दुष्प्रभाव के सभी यौन समस्याओं का 100% सटीक इलाज है।


एनोर्गैज़मिया यौन रोग का निदान और आयुर्वेदिक उपचार:

जैसा कि हम पहले ही जान चुके हैं कि किसी भी गुप्त व यौन समस्या का निदान मरीज के मेडिकल केस हिस्ट्री, शारीरिक जांच, हार्मोन स्तर परीक्षण, इमेजिंग अध्ययन और मनोवैज्ञानिक विश्लेषण पर आधारित होता है। यौन रोगी की निदान आवश्यकता के अनुसार, एक अनुभवी क्लिनिकल सेक्सोलॉजिस्ट या यौन स्वास्थ्य चिकित्सक उन्हें सलाह देते हैं और उनका इलाज करते है।


एनोर्गैज़मिया गुप्त व यौन रोग के उपचार में, डॉ. सुनील दुबे अपनी व्यापक आयुर्वेदिक चिकित्सा-उपचार (जड़ी-बूटियाँ, प्राकृतिक रसायन, प्राकृतिक गोलियाँ, प्रभावी भस्म और देसी उपचार), संज्ञानात्मक व्यवहार चिकित्सा, युगल चिकित्सा, यौन परामर्श और महत्वपूर्ण स्वास्थ्य दिशा-निर्देश (व्यायाम, तनाव प्रबंधन तकनीक, स्वस्थ आहार और धूम्रपान बंद करना) प्रदान करते हैं। उनका यौन उपचार और परामर्श किसी भी गुप्त व यौन रोगी के लिए सबसे अधिक प्रभावी है जो उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करता है।

Top Sexologist Patna, Bihar for Anorgasmia Treatment | Dr. Sunil Dubey


वह एनोर्गैज़मिया रोग पर काबू पाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव भी देते हैं।

  • पार्टनर के साथ खुलकर संवाद करें।
  • विश्राम तकनीकों का अभ्यास करें।
  • कामुक गतिविधियों में शामिल हों।
  • जीवन में संवेदनाओं का अन्वेषण करें।
  • गुप्त व यौन रोग विशेषज्ञ व पेशेवर के मदद लें।


दुबे क्लिनिक के साथ फ़ोन पर अपॉइंटमेंट लें:

यदि आप एनोर्गैज़मिया या किसी अन्य गुप्त व यौन विकार के लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं, तो व्यक्तिगत मार्गदर्शन, चिकित्सा और सहायता के लिए किसी अनुभवी यौन स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर या नैदानिक सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर से परामर्श लें। यहाँ, दुबे क्लिनिक भारतीय लोगों की सबसे अच्छी पसंद में से एक है जो लंगर टोली, चौराहा और पटना-04 में स्थित है। पूरे भारत से गुप्त व यौन रोगी डॉ. सुनील दुबे से परामर्श करने के लिए फ़ोन पर दुबे क्लिनिक से जुड़ते हैं। करीबन चालीस से अधिक गुप्त व यौन प्रतिदिन रोगी दुबे क्लनिक आकर इलाज करवाते है। वे भारत के अग्रणी व सीनियर गुप्त व यौन रोग विशेषज्ञ हैं जो सभी यौन रोगियों का इलाज करने के लिए उच्च शिक्षित, अनुभवी और भरोसेमंद हैं। यदि आप दुबे क्लिनिक से जुड़ना चाहते हैं तो हमें +91 98350 92586 पर कॉल करें और आयुर्वेद के तहत अपनी संपूर्ण यौन समस्याओं का समाधान पाएं।


अधिक जानकारी के लिए संपर्क करे:

दुबे क्लिनिक

भारत का प्रमाणित आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी क्लिनिक

डॉ. सुनील दुबे, वरिष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर

बी.ए.एम.एस. (रांची) | एम.आर.एस.एच (लंदन) | आयुर्वेद में पी.एच.डी. (यू.एस.ए.)

हेल्पलाइन नंबर: +91 98350 92586

स्थान: दुबे मार्केट, लंगर टोली, चौराहा, पटना-04

Anejaculation Treatment: Best Sexologist Patna, Bihar | Dr. Sunil Dubey

 पुरुषों में होने वाले एनेजेक्युलेशन के बारे में:

एनेजेक्युलेशन (स्खलन) एक प्रकार का स्खलन विकार है, यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें पुरुष सामान्य यौन उत्तेजना और आवेश के बावजूद संभोग के दौरान अपने वीर्य स्खलन करने में असमर्थ होता है। इस प्रकार के स्खलन समस्या की प्रकृति के अनुसार, इसे तीन भागो में विभाजित किया गया है।

  1. प्राथमिक स्खलन: एक व्यक्ति अपने पूरे जीवन में स्खलन करने में असमर्थ होता है।
  2. द्वितीयक स्खलन: एक व्यक्ति में स्खलन करने की एक अर्जित अक्षमता होती है।
  3. परिस्थितिजन्य स्खलन: एक व्यक्ति में विशिष्ट स्थितियों में स्खलन करने में असमर्थता होती है।


विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य और सेक्सोलॉजी विज्ञान के विशेषज्ञ डॉ. सुनील दुबे, जो पटना में बेस्ट सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट भी हैं, कहते हैं कि एनेजेक्युलेशन (स्खलन) हमेशा पुरुषो के जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करता है। आम तौर पर, इस गुप्त व यौन विकार से पीड़ित व्यक्ति को अपनी भावनाओं, रिश्तों, आत्मसम्मान और यौन संतुष्टि में समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अपने सेक्सोलॉजी के करियर में, उन्होंने पुरुषों और महिलाओं के विभिन्न गुप्त व यौन विकारों पर सटीक चिकित्सा व उपचार हेतु शोध किया है। उन्होंने अपनी आयुर्वेद व सेक्सोलोजी विशेषज्ञता के माध्यम से आयुर्वेदिक चिकित्सा और हर्बल उपचार का सफलतापूर्वक पता लगाया है। आज के समय में पूरे भारत से चालीस से अधिक गुप्त व यौन रोगी प्रतिदिन दुबे क्लिनिक के इस चिकित्सा व उपचार लाभ उठा रहे हैं।

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पुरुषों में वीर्य स्खलन के कारण:

डॉ. सुनील दुबे कहते हैं, किसी भी समस्या से छुटकारा पाने के लिए, समस्याओं के कारणों व उसके लक्षणों को जानना बेहद ज़रूरी होता है। पुरुषो में होने वाले इस गुप्त व यौन समस्या के बारे में, वे बताते है कि तंत्रिका संबंधी विकार, हार्मोनल असंतुलन, कुछ निश्चित दवाएं, मनोवैज्ञानिक कारक और शारीरिक कारक व्यक्ति को इस स्खलन विकार समस्या की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आइए जानते हैं पुरुषों में इस गुप्त व यौन समस्या के कारण जो कि पीड़ित व्यक्ति को उसके उपचार और दवा के लिए सहायक होते है।

  • तंत्रिका संबंधी विकार: मधुमेह, स्ट्रोक, मल्टीपल स्केलेरोसिस और रीढ़ की हड्डी में चोट ये सभी तंत्रिका संबंधी विकार है, जो पुरुषो को उसके स्खलन में समस्याएं उत्पन्न करते है।
  • हार्मोनल असंतुलन: कम टेस्टोस्टेरोन और थायरॉयड विकार भी इसके कारक है।
  • दवा: एंटीडिप्रेसेंट, एंटीसाइकोटिक्स और रक्तचाप की दवाएँ व्यक्ति के समस्त स्वास्थ्य को प्रभावित करते है।
  • मनोवैज्ञानिक कारक: चिंता, अवसाद, तनाव और रिश्ते संबंधी समस्याएँ व्यक्ति को मनोवैज्ञानिक रूप से कमजोर बनाते है।
  • शारीरिक कारक: प्रोस्टेट सर्जरी, मूत्रमार्ग का सिकुड़ना और एपिडीडिमाइटिस ये सभी शारीरिक कारण है।


पुरुषों में एनेजेकुलेशन होने के लक्षण:

डॉ. सुनील दुबे जो कि बिहार के बेस्ट सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर में से एक हैं वे कहते है कि इस राज्य के ज़्यादातर गुप्त व यौन रोगी हमेशा अपने इलाज और दवा के लिए दुबे क्लिनिक में आते हैं। अतः एक जिम्मेदार चिकित्सा सेवा प्रदाता होने के नाते, उनका मानना है कि किसी भी समस्या को रोकने के लिए समस्या के लक्षणों को जानना ज़रूरी है, तभी व्यक्ति अपनी समस्या के बारे में जान सकता है और सही से इलाज करवा सकता है।

  • संभोग के दौरान स्खलन न कर पाना।
  • वीर्य की मात्रा में कमी का होना।
  • दर्दनाक स्खलन का अनुभव होना।
  • संभोग सुख प्राप्त करने में कठिनाई होना।
  • भावनात्मक संकट का उभरना।
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उनका कहना है कि अगर किसी को अपने यौन जीवन में निम्नलिखित स्थिति का सामना करना पड़ता है, तो यह वास्तव में एक गंभीर मामला है। उन्हें व्यक्तिगत मार्गदर्शन, उपचार और सहायता के लिए तुरंत किसी अनुभवी यौन स्वास्थ्य चिकित्सक या नैदानिक सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। वे उनके समस्याओ को जानने व उनके चिकित्सा-उपचार में सहायक होते है।


  • अगर व्यक्ति को अपने स्खलन में कठिनाई बनी रहती है।
  • अगर व्यक्ति को भावनात्मक संकट दिन-प्रतिदिन बढ़ता जाता है।
  • अगर व्यक्ति को उसके समस्या से रिश्तों में समस्याएँ पैदा होती हैं।
  • अगर व्यक्ति को उसके यौन संतुष्टि में कम हो जाती है।


गुप्त व यौन समस्याओं का निदान और उपचार:

एनेजेकुलेशन का निदान मरीज के मेडिकल केस हिस्ट्री, शारीरिक परीक्षण, हार्मोन स्तर परीक्षण, इमेजिंग अध्ययन (अल्ट्रासाउंड) और मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन पर आधारित होता है। स्थायी समाधान के लिए, आयुर्वेदिक उपचार और चिकित्सा सबसे सुरक्षित और सबसे प्रभावी विकल्प है जहाँ गुप्त व यौन रोगियों को बिना किसी दुष्प्रभाव के अपनी समस्या से पूरी तरह से राहत मिल जाती है।

अपने आयुर्वेदिक चिकित्सा व उपचार में, डॉ. सुनील दुबे जड़ी-बूटियाँ, प्राकृतिक रसायन, प्रभावी भस्म, हर्बल गोलियाँ और तेल प्रदान करते हैं। वे रोगी को संज्ञानात्मक-व्यवहार चिकित्सा, यौन चिकित्सा और युगल चिकित्सा भी प्रदान करते हैं। चिकित्सा और गैर-चिकित्सा उपचार के अलावा, वे उन्हें अपनी जीवनशैली में बदलाव (व्यायाम, तनाव प्रबंधन तकनीक, स्वस्थ आहार चार्ट और धूम्रपान बंद करना) में सुधार करने में मदद करते हैं जो उन्हें एक अच्छा स्वास्थ्य बनाए रखने में मदद करता है। उनका कहना है कि जिनसेंग, मैका, एल-आर्जिनिन, जिंक सप्लीमेंट और अश्वगंधा प्राकृतिक उपचार हैं जो समग्र स्वास्थ्य के बेहतरी में मदद करते हैं।


दुबे क्लिनिक में अपॉइंटमेंट लें:

यदि आप व्यक्तिगत मार्गदर्शन और सहायता के लिए एक अनुभवी व सीनियर सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर की तलाश कर रहे हैं, तो दुबे क्लिनिक उन सभी गुप्त व यौन रोगियों के लिए सबसे अच्छा विकल्प है। यह क्लिनिक विवाहित और अविवाहित गुप्त व यौन रोगियों को संपूर्ण आयुर्वेदिक उपचार और इलाज प्रदान करता है। यह क्लिनिक पूरे भारत में लोगों के लिए फ़ोन पर अपॉइंटमेंट उपलब्ध हैं। जरूरतमंद लोग फ़ोन पर अपॉइंटमेंट लेकर क्लिनिक आ सकते है और अपने गुप्त व यौन समस्याओ से हमेशा के लिए निजात पा सकते है। भारत के साढ़े सात लाख से अधिक लोग इस क्लिनिक के चिकित्सा-उपचार से लाभान्वित हो चुके है।


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दुबे क्लिनिक

भारत का प्रमाणित आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी क्लिनिक

डॉ. सुनील दुबे, वरिष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर

बी.ए.एम.एस. (रांची) | एम.आर.एस.एच (लंदन) | आयुर्वेद में पी.एच.डी. (यू.एस.ए.)

हेल्पलाइन नंबर: +91 98350 92586

स्थान: दुबे मार्केट, लंगर टोली, चौराहा, पटना-04

Thursday, September 26, 2024

Psycho PE Treatment: Best Sexologist Patna, Bihar | Dr. Sunil Dubey

 मनोवैज्ञानिक शीघ्रपतन (पीपीई) के बारे में:

मनोवैज्ञानिक शीघ्रपतन एक प्रकार का आजीवन शीघ्रपतन की स्थिति है, जो मनोवैज्ञानिक कारकों के कारण उत्पन्न होता है जो शीघ्रपतन में योगदान करते हैं। सेक्सोलोजी चिकित्सा में, यह अनुमान लगाया जाता है कि शीघ्रपतन के 30-50% मामलों में मनोवैज्ञानिक घटक मौजूद होता है। इसलिए; इस गुप्त व यौन विकार का उपचार और चिकित्सा विशेषाधिकार हमेशा एक सेक्सोलॉजिस्ट के लिए चुनौतीपूर्ण होता है। वास्तव में, केवल अनुभवी और विशेषज्ञ यौन स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर या आयुर्वेदिक सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर ही अपने बुनियादी और उन्नत उपचार पद्धति से इस मनोवैज्ञानिक शीघ्रपतन मामले को सरलतापूर्वक सटीक इलाज कर सकते हैं।


भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित डॉ. सुनील दुबे, जो पटना में सर्वश्रेष्ठ आयुर्वेदिक सेक्सोलॉजिस्ट हैं, कहते हैं कि शीघ्रपतन के रोगियों की संख्या न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में दिन-प्रतिदिन बढती जा रही है। इस प्रकार के गुप्त व यौन रोग के बढ़ने का मुख्य कारण मनोवैज्ञानिक घटक और रिश्ते के मुद्दे शामिल हैं। आइए इस मनोवैज्ञानिक शीघ्रपतन के सबसे आम कारणों को समझते हैं।

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मनोवैज्ञानिक शीघ्रपतन (पीपीई) के कारण:

  • चिंता: - प्रदर्शन की चिंता, असफलता का डर, या इरेक्शन खोने का डर।
  • तनाव: - लगातार तनाव, दबाव या तनाव, काम का ओवरलोड।
  • अवसाद: - कम आत्मसम्मान, प्रेरणा की कमी, या भावनात्मक सुन्नता।
  • आघात: - पिछले यौन आघात, भावनात्मक घटनाएँ, या उपेक्षा।
  • रिश्ते की समस्याएँ: - संचार समस्याएँ, संघर्ष, या अंतरंगता संबंधी चिंताएँ।
  • कम आत्मसम्मान: - नकारात्मक आत्म-छवि, आत्म-संदेह, या असुरक्षा।
  • अंतरंगता का डर: - निकटता या भावनात्मक संबंध से बचना।
  • प्रदर्शन का दबाव: - खुद या साथी से अपेक्षाएँ का दबाव।
  • पिछले अनुभव: - दर्दनाक या नकारात्मक यौन अनुभव का होना।
  • सांस्कृतिक या सामाजिक कारक: - सख्त परवरिश और सांस्कृतिक मानदंड।


हमारे आयुर्वेदाचार्य डॉ. सुनील दुबे, जो कि बिहार के सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर हैं, कहते हैं कि उन्होंने सभी प्रकार के शीघ्रपतन पर अपना शोध किया है। वास्तव में, मनोवैज्ञानिक शीघ्रपतन पुरुषों में समय से पूर्व स्खलन की सबसे आम यौन स्वास्थ्य स्थिति है। उनका शोध उनके दैनिक अभ्यास, सर्वेक्षण, अध्ययन, अनुभव, उपचार और रोगियों के व्यवहार पर आधारित था। अपने शोध के आधार पर, वे कहते हैं कि शीघ्रपतन के चार मनोवैज्ञानिक घटक हैं जो किसी व्यक्ति को इस यौन विकार को जन्म देने के लिए सबसे अधिक प्रभावित करते हैं।

  1. चिंता आधारित शीघ्रपतन: - चिंता या तनाव से प्रेरित स्खलन का होना।
  2. अवसाद आधारित शीघ्रपतन: - अवसाद से प्रभावित स्खलन का होना।
  3. आघात आधारित शीघ्रपतन: - पिछले आघात या घटना से जुड़ा स्खलन का होना।
  4. संबंध आधारित शीघ्रपतन: - संबंध गतिशीलता से प्रभावित स्खलन का होना।

उनका कहना है कि शीघ्रपतन यौन स्वास्थ्य स्थिति के चिकित्सा व उपचार से पहले, रोगियों को उन लक्षणों को समझना बहुत जरुरी है जो यह निर्धारित करते है कि वे वास्तव में मनोवैज्ञानिक शीघ्रपतन से प्रभावित हैं या नहीं। वास्तव में, प्रभावी आयुर्वेदिक चिकित्सा व उपचार पूरी तरह से शीघ्रपतन के वास्तविक प्रकार पर आधारित होता है जो व्यक्ति के मनोवैज्ञानिक व्यवहार से जुड़ा होता है।

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मनोवैज्ञानिक शीघ्रपतन (पीपीईके लक्षण:

  • 1-2 मिनट के भीतर तेजी से स्खलन का बार-बार होना।
  • असंगत स्खलन समय का होना।
  • प्रवेश से पहले या उसके तुरंत बाद स्खलन का होना।
  • स्खलन को नियंत्रित करने में कठिनाई का सामना करना।
  • यौन गतिविधि के दौरान बढ़ी हुई चिंता या तनाव का होना।
  • अधिकांश समय यौन अंतरंगता से बचने की कोशिश करना।
  • अपराधबोध, शर्म या शर्मिंदगी की भावनाएँ का उत्पन्न होना।
  • रिश्ते की समस्याएँ या संघर्ष का तकरार का होना।


दुबे क्लिनिक में गुप्त व यौन रोगियों के चिकित्सा-उपचार:

डॉ. सुनील दुबे कहते हैं कि मनोवैज्ञानिक गुप्त या यौन समस्याओं को दूर करने के लिए चिकित्सीय लक्ष्य का होना आवश्यक हैं। इस मनोवैज्ञानिक शीघ्रपतन की स्थिति में, वे कहते हैं कि अंतर्निहित मनोवैज्ञानिक कारकों की पहचान करना और उनका समाधान करना, चिंता और तनाव से निपटने के लिए रणनीति विकसित करना, आत्म-सम्मान और आत्मविश्वास में सुधार करना, संचार और अंतरंगता कौशल को बढ़ाना और प्रदर्शन के दबाव और अपेक्षाओं को प्रबंधित करना महत्वपूर्ण कार्य है।


अपने उपचार में, वे समग्र आयुर्वेदिक उपचार, दवा, परामर्श और गैर-चिकित्सा उपचार प्रदान करते हैं। सबसे पहले, वे यौन समस्याओं के वास्तविक कारणों का पता लगाते हैं और संज्ञानात्मक-व्यवहार चिकित्सा (सीबीटी), मनोविश्लेषणात्मक चिकित्सा, माइंडफुलनेस-आधारित चिकित्सा, युगल चिकित्सा, विश्राम तकनीक (गहरी साँस लेना और प्रगतिशील मांसपेशी विश्राम), तनाव प्रबंधन तकनीक और स्व-सहायता रणनीतियों (आत्म-प्रतिबिंब और जर्नलिंग) का उपयोग करके उनका इलाज करते हैं।


वे यह भी कहते हैं कि मनोवैज्ञानिक कारकों पर ध्यान देना ज़रूरी है और साथी के साथ खुला संवाद व ईमानदारी पूर्ण व्यवहार ज़रूरी है। आयुर्वेदिक उपचार और दवा आपको अपनी गुप्त व यौन समस्याओं पर नियंत्रण पाने में मदद करती है। दवा के दौरान ज़्यादातर समय स्व-देखभाल और विश्राम तकनीकें मदद करती हैं। यदि आप मनोवैज्ञानिक शीघ्रपतन के लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं, तो मनोवैज्ञानिक यौन स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर और नैदानिक आयुर्वेदिक ​​सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर आपके उपचार और उचित मार्गदर्शन के लिए सहायक होते है। आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान के अनुभवी और विशेषज्ञ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर शीघ्रपतन यौन रोगियों के लिए सटीक उपचार और दवा प्रदान करते हैं।


अभी के लिए बस इतना ही... अगले अंक में शीघ्रपतन के नए विषय के साथ मिलते हैं।


शुभकामनाओं के साथ

दुबे क्लिनिक

भारत का एक प्रमाणित आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी क्लिनिक

डॉ. सुनील दुबे, वरिष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर

बी.ए.एम.एस. (रांची) | एम.आर.एस.एच (लंदन) | आयुर्वेद में पी.एच.डी. (यू.एस.ए.)

हेल्पलाइन नंबर: +91 98350 92586

स्थान: दुबे मार्केट, लंगर टोली, चौराहा, पटना-04

ED with PE: Best Sexologist Patna, Bihar | Dr. Sunil Dubey

 शीघ्रपतन के साथ स्तंभन दोष का होना:

समय से पहले स्खलन (शीघ्रपतन) के साथ इरेक्टाइल डिसफंक्शन (पीई-ईडी) दो यौन स्वास्थ्य स्थितियों का एक परस्पर संयोजन है। वास्तव में, इरेक्टाइल डिसफंक्शन समय से पहले स्खलन का एक मुख्य कारण में से एक है। शीघ्रपतन एक मनोवैज्ञानिक यौन समस्या है जो स्खलन के समय से निहित है जबकि स्तंभन दोष एक शारीरिक यौन समस्या है जो पुरुषो में स्तंभन से सम्बंधित है। पीई और ईडी दोनों समस्याओं को समझने से हमें इन यौन स्वास्थ्य स्थितियों के बारे में स्पष्ट जानकारी मिलेगी।


विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य और भारत के गोल्ड मेडलिस्ट सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. सुनील दुबे, जो कि पटना में सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर भी हैं, कहते हैं कि पुरुषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन और समय से पहले स्खलन दोनों ही पुरुषों में होने वाली आम गुप्त व यौन समस्याएं हैं। भारत में 10% से भी अधिक लोग इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या से पीड़ित हैं जबकि 40% से अधिक लोग समय से पहले स्खलन (शीघ्रपतन) की शिकायत करते हैं। इरेक्टाइल डिसफंक्शन और समय से पहले स्खलन से प्रभावित लोगों की बड़ी संख्या को देखते हुए, इसके सटीक चिकित्सा व उपचार का महत्व कई गुना बढ़ जाता है। केवल आयुर्वेद में ही सभी गुप्त व यौन समस्याओं का जड़ से इलाज संभव है, अतः इस स्थिति में आयुर्वेदिक सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर का महत्व गुप्त व यौन रोगियों के इलाज में अहम भूमिका निभाता है। ध्यान देने योग्य बातें यह है कि भारत में आयुर्वेद व सेक्सोलोजी एक्सपर्ट व डॉक्टर्स की संख्या सीमित है। अतः लोगो को सही सेक्सोलॉजिस्ट का चुनाव ही उनके सटीक व सुरक्षित इलाज का प्रमाण है।


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समय से पहले स्खलन, शीघ्रपतन (पीई):

शीघ्रपतन समागम के 1-2 मिनट के भीतर स्खलन की स्थिति होती है। इस स्थिति में, व्यक्ति स्खलन को नियंत्रित करने में पूरी तरह से असमर्थ होता है। यह व्यक्ति के लिए मनोवैज्ञानिक तौर पर समय को लेकर असुविधा का कारण बनता है।


इरेक्टाइल डिसफंक्शन, स्तंभन दोष (ईडी):

इस स्थिति में, व्यक्ति को अपने पेनिले के इरेक्शन प्राप्त करने या बनाए रखने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है। पुरुषो में यह कम इरेक्टाइल कठोरता या अवधि है। यह संभोग को पूरा करने या प्रवेश करने में असमर्थता को भी संदर्भित करता है।


पीई-ईडी विशेषताएँ:

  • पीई और ईडी के लक्षण एक साथ होने वाले है।
  • स्खलन का अलग-अलग समय, अक्सर तेज़ होता है।
  • इरेक्शन बनाए रखने में कठिनाई होती है।
  • बढ़ी हुई चिंता और तनाव भी होता है।


डॉ. सुनील दुबे, बिहार के सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट यह कहते हैं कि इन गुप्त व यौन समस्याओं के कई कारण हैं। सभी कारणों में से, निम्नलिखित सामान्य कारण हैं जो पीई और ईडी दोनों से पीड़ित व्यक्ति को प्रभावित करते हैं। चलिए जानते है उन सभी कारणों को –

  • न्यूरोबायोलॉजिकल कारक- सेरोटोनिन और डोपामाइन का असंतुलन।
  • हार्मोनल असंतुलन- टेस्टोस्टेरोन में कमी और थायरॉयड विकार।
  • संवहनी स्थितियां- उच्च रक्तचाप और एथेरोस्क्लेरोसिस
  • मनोवैज्ञानिक कारक- चिंता और अवसाद का होना।
  • रिश्ते की समस्याएं- असंगत विचार और कोई भावना नहीं।
  • आघात या पिछले अनुभव से पीड़ित होना।
  • दवाएं- अवसादरोधी और रक्तचाप की दवाएं का अत्यधिक सेवन।
  • जीवनशैली संबंधी कारक- शराब पीना और धूम्रपान का अत्यधिक सेवन।
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ईडी के साथ पीई के लक्षण: -

  • अधिकांश यौन मुठभेड़ों में तेजी से स्खलन का होना।
  • इरेक्शन प्राप्त करने या बनाए रखने में कठिनाई होना।
  • यौन संतुष्टि और गतिविधि में कमी का होना।
  • चिंता और तनाव में वृद्धि का होना।
  • यौन गतिविधि से बचना या नजरअंदाज करना।


दुबे क्लिनिक में पीई और ईडी के लिए चिकित्सा व उपचार: -

आमतौर पर, किसी भी यौन विकार से उबरने के लिए उपचार और दवा का चयन एक महत्वपूर्ण कारक होता है। यहाँ, आयुर्वेद जो कि सबसे विश्वसनीय, सबसे सुरक्षित और पूर्णकालिक प्रभावपूर्ण चिकित्सा-उपचार में से एक है जहाँ कोई भी पुराना या नया गुप्त व यौन रोगी अपनी समस्याओं से पूर्णकालिक राहत पाता है। दुबे क्लिनिक एक प्रमाणित आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान क्लिनिक है जो आयुर्वेद और स्वदेशी उपचारों के तहत संपूर्ण गुप्त व यौन रोग का उपचार प्रदान करता है।


विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉ. सुनील दुबे भारत के सबसे अनुभवी और सीनियर क्लिनिकल सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टरों में से एक हैं। वे पिछले 35 वर्षों से दुबे क्लिनिक में अभ्यास कर रहे हैं, जहाँ उन्होंने सभी तरह के यौन विकारों के लिए कई प्रभावी आयुर्वेदिक दवाएँ और उपचार की खोज भी की हैं। उनका कहना है कि पीई और ईडी से प्रभावित गुप्त व यौन रोगियों के लिए कुछ चुनौतियाँ हैं। ये चुनौतियाँ जटिल निदान और उपचार, बढ़ी हुई चिंता और तनाव, कम आत्मसम्मान, रिश्ते के मुद्दे और जीवनशैली की गुणवत्ता में कमी पर आधारित हैं।

अपने उपचार में, वे व्यापक आयुर्वेदिक उपचार, हर्बल रेमेडी, परामर्श, दवा, इंजेक्शन, जीवनशैली में बदलाव के सुझाव और युगल यौन परामर्श प्रदान करते हैं। वह उन अंतर्निहित कारणों को भी संबोधित करने में मदद करते है जो उनकी यौन समस्याओं से संबंधित होता हैं। वह विश्राम और तनाव प्रबंधन तकनीक भी प्रदान करते है। वह उन्हें साथी के साथ खुले संचार को बढ़ावा देने में मदद करते है जो कि उनके शादी-सुदा जीवन में भावनाओं को परस्पर समन्वयन करने में मदद करते है।


यदि आप पीई-ईडी के लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं, और यह आपके दैनिक यौन जीवन में परस्पर बना हुआ है तो व्यक्तिगत मार्गदर्शन, सहायता और उपचार के लिए किसी अनुभवी यौन स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर या क्लिनिकल सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर से परामर्श लें। दुबे क्लिनिक आपके समस्त गुप्त व यौन विकार से उबरने के लिए प्राकृतिक तरीके से समग्र चिकित्सा व उपचार प्रदान करता है। अधिक जानकारी के लिए, जरूरतमंद व्यक्ति हमें +91 98350-92586 पर कॉल करके अपनी अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं।


अभी के लिए बस इतना ही... अगले अंक में शीघ्रपतन के नए विषय के साथ मिलते हैं।


शुभकामनाओं के साथ

दुबे क्लिनिक

भारत का एक प्रमाणित आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी क्लिनिक

डॉ. सुनील दुबे, वरिष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर

बी.ए.एम.एस. (रांची) | एम.आर.एस.एच (लंदन) | आयुर्वेद में पी.एच.डी. (यू.एस.ए.)

हेल्पलाइन नंबर: +91 98350 92586

स्थान: दुबे मार्केट, लंगर टोली, चौराहा, पटना-04

Ejaculation Disorder: Best Sexologist Patna, Bihar | Dr. Sunil Dubey

 पुरुषों में होने वाले स्खलन विकार के बारे में:

पुरुषों में होने वाले स्खलन संबंधी विकार, स्खलन की सामान्य प्रक्रिया में किसी भी व्यवधान या असामान्यता को संदर्भित करते हैं, जो उनके यौन संतुष्टि, प्रजनन क्षमता और समग्र यौन कल्याण को प्रभावित करता है। पुरुषों में होने वाले सबसे आम स्खलन संबंधी विकार शीघ्रपतन, विलंबित स्खलन और प्रतिगामी स्खलन हैं। पुरे विश्व में 35 से 40% लोग स्खलन संबंधी विकार से पीड़ित है।


विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉ. सुनील दुबे, जो कि पटना में सर्वश्रेष्ठ यौन व गुप्त रोग डॉक्टर हैं, कहते हैं कि पुरुषों में स्खलन संबंधी गड़बड़ी मनोवैज्ञानिक, न्यूरोलॉजिकल, हार्मोनल, चोट, संक्रमण और चिकित्सा कारणों से होती है। वे दुबे क्लिनिक में नित्य-दिन प्रैक्टिस करते हैं, जहाँ पीई, डीई और आरई जैसे स्खलन विकारों वाले अधिकांश गुप्त व यौन रोगी अपनी समस्याओं का इलाज कराने आते हैं। उनका कहना है कि 25-35% भारतीय पुरुष पीई से पीड़ित हैं, 5-10% पुरुष डीई से पीड़ित हैं, और 1-2% पुरुष आरई स्खलन विकार गुप्त व यौन समस्याओं से पीड़ित हैं।


स्खलन विकार के निम्नलिखित प्रकार है: -

चलिए जानते है, पुरुषों में होने वाले सामान्य स्खलन विकार गुप्त व यौन रोग के प्रकार के बारे में।

  1. शीघ्रपतन (पीई): स्खलन का जल्दी होना, अक्सर प्रवेश से पहले या उसके तुरंत बाद में।
  2. विलंबित स्खलन (डीई): स्खलन प्राप्त करने में कठिनाई, या स्खलन में बहुत अधिक समय का लगना।
  3. प्रतिगामी स्खलन (आरई): वीर्य मूत्रमार्ग से बाहर निकलने के बजाय मूत्राशय में वापस लौट जाना।
  4. दर्दनाक स्खलन: स्खलन के दौरान या बाद में दर्द या असुविधा का विकसित होना।
  5. बाधित स्खलन (आईई): स्खलन प्राप्त करने में कठिनाई होना (मनोवैज्ञानिक या भावनात्मक कारकों के कारण) ।
  6. स्खलन विकार के साथ ईडी: ईडी और स्खलन विकार का संयोजन का होना।
  7. एनोर्गैज़्मिया: संभोग सुख प्राप्त करने में असमर्थता का होना।
  8. एनेजेकुलेशन: स्खलन करने में पूरी तरह असमर्थता का होना।
  9. एस्परमिया: स्खलन के दौरान, वीर्य का न बनना।
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शीघ्रपतन की प्रकृति के आधार पर इसे तीन प्रकारों में बांटा गया है-

  1. प्राथमिक PE: पहली यौन मुठभेड़ से आजीवन PE की स्थिति का होना।
  2. द्वितीयक PE: परिस्थितिजन्य यौन मुठभेड़ से प्राप्त PE कि स्थिति का होना।
  3. प्राकृतिक परिवर्तनशील PE: परिवर्तनशील स्खलन समय दर समय होना।


विलंबित स्खलन की प्रकृति के आधार पर इसे भी तीन प्रकारों में विभाजित किया जाता है-

  1. प्राथमिक डीई: पहली यौन मुठभेड़ से आजीवन डीई का होना।
  2. द्वितीयक डीई: दूसरी यौन मुठभेड़ से प्राप्त डीई का होना।
  3. परिस्थितिजन्य डीई: केवल विशिष्ट स्थितियों में डीई का होना।


पुरुषों में स्खलन विकार होने के कारण:

  • मनोवैज्ञानिक कारक: तनाव, चिंता और अवसाद
  • तंत्रिका संबंधी कारक: मधुमेह, मल्टीपल स्केलेरोसिस
  • हार्मोनल असंतुलन: कम टेस्टोस्टेरोन का स्तर और थायरॉयड विकार
  • दवाएँ: अवसादरोधी और रक्तचाप की दवाएँ
  • जीवनशैली संबंधी कारक: धूम्रपान, अत्यधिक व्यायाम या काम
  • संक्रमण: प्रोस्टेटाइटिस और मूत्रमार्गशोथ
  • सर्जिकल जटिलताएँ:


पुरुषों में स्खलन विकार के होने वाले लक्षण:

  • स्खलन को नियंत्रित करने में कठिनाई का होना।
  • स्खलन के दौरान दर्द या बेचैनी का अनुभव होना।
  • भावनात्मक संकट का उभरना या होना।
  • रिश्ते की समस्याएं इस स्थिति का सामना करना।
  • कम वीर्य की मात्रा का होना।
  • असामान्य वीर्य स्थिरता का होना।
  • संतुष्टि प्राप्त करने में कठिनाई का अनुभव होना।
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स्खलन विकार का निदान और चिकित्सा व उपचार:

स्खलन विकार के निदान में सबसे पहले मेडिकल केस हिस्ट्री, शारीरिक परीक्षण, मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन और हार्मोन स्तर की जांच शामिल होता है। बिहार के सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर डॉ. सुनील दुबे कहते हैं कि आयुर्वेदिक उपचार और दवा सभी प्रकार के गुप्त व यौन रोगियों के लिए सबसे सुरक्षित, प्राकृतिक और आजीवन प्रभावी उपचारों में से एक है। स्खलन विकार के मामले में, वे आयुर्वेदिक दवा, प्रभावी भस्म, प्राकृतिक उपचार, संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी, यौन परामर्श, जीवनशैली में बदलाव से संबंधित विशेष दिशा-निर्देश (व्यायाम और तनाव प्रबंधन तकनीक), और व्यवहार तकनीक (स्टॉप-स्क्वीज और स्टॉप-स्टार्ट तकनीक) प्रदान करते हैं।


डॉ. सुनील दुबे भारत के अग्रणी वरिष्ठ गुप्त व यौन रोग विशेषज्ञ चिकित्सक हैं, जहाँ पुरुष और महिला दोनों तरह के गुप्त व यौन रोगी अपनी समस्याओं के समाधान व इलाज के लिए उनसे परामर्श लेने के लिए दुबे क्लिनिक में आते हैं। वह एक गोल्ड मेडलिस्ट व लंबे समय से सेवारत और विशेषज्ञ यौन स्वास्थ्य सेवा पेशेवर हैं जो गुप्त व यौन रोगियों के सभी समाजों की देखभाल करते हैं। आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान में उनका शोध और खोज सफल रही है जहाँ 7.6 लाख से अधिक गुप्त यौन रोगियों ने अपनी समस्याओं को पूरी तरह से निजात पाए है।


दुबे क्लिनिक से फोन पर अपॉइंटमेंट ले:

यदि आप किसी भी प्रकार के स्खलन विकार के लक्षणों या अन्य यौन विकार का अनुभव कर रहे हैं, तो व्यक्तिगत मार्गदर्शन, उपचार, दवा और परामर्श के लिए डॉ. सुनील दुबे से परामर्श लें। दुबे क्लिनिक से फोन पर अपॉइंटमेंट लें जो हर दिन सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक उपलब्ध है। पूरे भारत से गुप्त व यौन रोगी अपने-अपने  समस्याओं से हमेशा के लिए छुटकारा पाने के लिए दुबे क्लिनिक से जुड़ते हैं। समृद्ध वैवाहिक जीवन के लिए हमेशा स्वस्थ यौन जीवन जिएँ। दुबे क्लिनिक विगत 60 वर्षो से लोगो के विश्वास पर कायम है जो पटना के लंगर टोली, चौराहा में स्थित है। अधिक जानकारी के लिए जरूरतमंद व्यक्ति हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सकते हैं।


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भारत का एक प्रमाणित आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी क्लिनिक

डॉ. सुनील दुबे, वरिष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर

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Wednesday, September 25, 2024

Acquired PE: Best Sexologist Patna, Bihar | Dr. Sunil Dubey treating SD Patients

 अर्जित शीघ्रपतन (पीईके बारे में:

अधिग्रहित शीघ्रपतन (एपीई) शीघ्रपतन के दूसरा प्रकार है, जो एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति अपने जीवन में बाद में (कुछ समय के उपरान्त) शीघ्रपतन (पीई) का अनुभव करता है। शीघ्रपतन की यह समस्या अक्सर विभिन्न शारीरिक, मनोवैज्ञानिक या संबंधपरक कारकों के कारण पुरुष के यौन जीवन में होता है।


विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य व भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित डॉ. सुनील दुबे, जो पटना में सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर के रूप में विद्यमान हैं, कहते हैं कि कुछ नैदानिक मानदंड हैं जिससे यह पहचान होती हैं कि किसी व्यक्ति को अधिग्रहित शीघ्रपतन के लिए कब चिकित्सा व उपचार लेने की आवश्यकता है। ये मानदंड पुरुषो के यौन क्रिया में 1 से 2 मिनट के भीतर बार-बार स्खलन का होना हैं, यह अधिकांश यौन मुठभेड़ों में होता है, वास्तव में यह महत्वपूर्ण संकट का कारण बन है, और यह सामान्य स्खलन नियंत्रण की अवधि के बाद विकसित हो जाती है।


अधिग्रहित शीघ्रपतन (पीई) होने के कुछ सामान्य कारण:

मूलरूप से, अधिग्रहित शीघ्रपतन के कई कारण होते हैं जैसे कि शारीरिक, मनोवैज्ञानिक, संबंधपरक और दवाएं। आइए उन सभी कारणों के बारे में विस्तार से जानते है जो किसी व्यक्ति को इस अधिग्रहित शीघ्रपतन की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

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शारीरिक कारक:

  • प्रोस्टेट की समस्याएँ जैसे प्रोस्टेटाइटिस, प्रोस्टेटेक्टॉमी।
  • मूत्रमार्गशोथ का विकसित होना।
  • थायरॉयड विकार का होना।
  • मधुमेह की रोग का होना।
  • तंत्रिका संबंधी स्थितियाँ (मल्टीपल स्केलेरोसिस, पार्किंसंस)
  • चोट या सर्जरी (पेल्विक, स्पाइनल)


मनोवैज्ञानिक कारक:

  • अत्यधिक चिंता का होना। 
  • अवसाद की स्थिति।
  • तनाव का बने रहना।
  • संबंध समस्याएँ होना।
  • आघात का होना।
  • प्रदर्शन चिंता का होना।


संबंधपरक कारक:

  • नया साथी या संबंध होने पर।
  • यौन आवृत्ति में परिवर्तन होने पर।
  • संघर्ष या संचार समस्याएँ होने पर।


अत्यधिक दवाएं का सेवन:

  • अवसादरोधी दवाएं
  • रक्तचाप की दवाएं
  • हार्मोन थेरेपी


भारत के सीनियर सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. सुनील दुबे, जो कि बिहार के सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर भी हैं, ने शीघ्रपतन के सभी प्रकारो पर शोध किया है। इस मनोवैज्ञानिक यौन विकार पर उनका शोध आजीवन और अधिग्रहित शीघ्रपतन रोगियों दोनों के लिए सफल रहा है। अपने दैनिक अभ्यास, अनुभव, शोध और उपचार के आधार पर; उन्होंने यह पाया कि इस अधिग्रहित शीघ्रपतन के तीन चरण हैं और यह व्यक्ति को उनके स्खलन को अलग-अलग स्थितियों में प्रभावित करता है।



अधिग्रहित शीघ्रपतन (पीईके तीन प्रकार:

  • द्वितीयक PE: यह पुरुष के यौन जीवन में सामान्य स्खलन नियंत्रण की अवधि के बाद विकसित होता है।
  • सशर्त PE: यह विशेष परिस्थितियों में होता है, जैसे कि किसी नए साथी के साथ।
  • परिस्थितिजन्य PE: यह तनाव और अवसाद जैसी विशिष्ट परिस्थितियों के कारण होता है।


अधिग्रहित शीघ्रपतन के लक्षणों के आधार पर, पीड़ित व्यक्ति अनुभवी यौन स्वास्थ्य पेशेवर या आयुर्वेदा व सेक्सोलोजी एक्सपर्ट डॉक्टर से परामर्श करने का निर्णय ले सकता है। निश्चित ही, वे इस गुप्त व यौन समस्या से उबरने में रोगी के मददगार सिद्ध होते है।

  • जब कोई व्यक्ति तेजी से स्खलन की स्थिति का सामना बार-बार करता है।
  • जब वह यौन क्रिया के दौरान स्खलन को नियंत्रित करने में असमर्थ होता है।
  • जब किसी व्यक्ति को अपराधबोध, शर्म या शर्मिंदगी की भावना होती है।
  • जब कोई व्यक्ति बार-बार यौन अंतरंगता से बचने की कोशिश करता है।
  • जब कोई व्यक्ति अपने शादी-शुदा रिश्ते में समस्याओं का सामना करता है।

अधिग्रहित शीघ्रपतन से बचने के लिए, व्यक्ति अपने दैनिक जीवन में निम्नलिखित रणनीतियों पर भी विचार करना चाहिए। ये रणनीतियाँ उनके शारीरिक स्वास्थ्य, यौन स्वास्थ्य, मनोवैज्ञानिक कल्याण, रिश्ते के मुद्दों और अन्य से संबंधित हैं।


शारीरिक स्वास्थ्य:

  • नियमित व्यायाम: – समग्र शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करें।
  • स्वस्थ आहार: – अपने दैनिक आहार में ओमेगा-3 फैटी एसिड, जिंक और मैग्नीशियम से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करें।
  • अच्छी नींद: – प्रति रात 7-8 घंटे की नींद का लक्ष्य रखें।
  • तनाव को प्रबंधित करें: – योग, ध्यान और गहरी साँस लेने जैसी विश्राम तकनीकों में शामिल हों
  • मादक द्रव्यों के सेवन को सीमित करें: – शराब, धूम्रपान और कुछ दवाओं के अत्यधिक सेवन से बचें।


यौन स्वास्थ्य:

  • विश्राम तकनीक का अभ्यास करें: यौन क्रियाकलापों के दौरान, विश्राम और श्वास पर ध्यान केन्द्रित करें।
  • अपने साथी के साथ संवाद करें: इच्छाओं, चिंताओं और सीमाओं पर चर्चा करें।
  • धीरे-धीरे अंतरंगता बढ़ाएँ: फोरप्ले और कामुक गतिविधियों के साथ संभोग की ओर बढ़ें।
  • यौन गतिविधि बनाए रखें: स्वस्थ यौन आवृत्ति बनाए रखें।
  • कामुक आनंद पाएँ: आनंद पर ध्यान केन्द्रित करें, न कि केवल प्रवेश पर।


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मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य:

  • चिंता और अवसाद को संबोधित करें: यदि आवश्यक हो तो यौन स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से सहायता लें।
  • तनाव का प्रबंधन करें: व्यायाम, खेल, योग आदि जैसी तनाव कम करने वाली गतिविधियों में संलग्न हों।
  • आत्मविश्वास का निर्माण करें: सकारात्मक आत्म-छवि और दृष्टिकोण पर ध्यान केन्द्रित करें।
  • स्वस्थ संबंध: सम्मानजनक, भरोसेमंद साझेदारी का पोषण करें।
  • भावनात्मक बुद्धिमत्ता: आत्म-जागरूकता और सहानुभूति विकसित करें।


संबंध संबंधी मुद्दे:

  • खुला संचार: साथी के साथ यौन चिंताओं और इच्छाओं पर चर्चा करें।
  • अंतरंगता निर्माण: गले लगाने जैसी गैर-यौन अंतरंगता में संलग्न हों, ताकि आप करीब महसूस कर सकें।
  • संघर्ष समाधान: रचनात्मक रूप से रिश्ते के मुद्दों को संबोधित करें।
  • यौन विविधता: नए अनुभवों और स्थितियों का पता लगाएं।
  • साथी का समर्थन: आपसी समर्थन और समझ को प्रोत्साहित करें।


अन्य तकनीकें:

  • स्टॉप-स्टार्ट तकनीक: उत्तेजित करें, रोकें और दोहराएँ।
  • निचोड़ने की विधि: स्खलन से पहले अपने लिंग के आधार को निचोड़ें।
  • पेल्विक फ़्लोर व्यायाम: नियंत्रण में सुधार के लिए मांसपेशियों को मज़बूत करें।
  • साँस लेने के व्यायाम: गहरी, नियंत्रित साँस लेने का अभ्यास करें।
  • स्खलन: धीरे-धीरे उत्तेजना बढ़ाएँ, फिर रुकें।


डॉ. सुनील दुबे कहते हैं कि इन रणनीतियों का पालन करके, कोई भी व्यक्ति शीघ्रपतन के जोखिम को अपने यौन क्रिया में कम कर सकता है और एक स्वस्थ, संतोषजनक जीवन जी सकता है। अगर कोई व्यक्ति अपनी सभी गुप्त व यौन समस्याओं से छुटकारा पाना चाहता है, तो उसे निश्चित रूप से दुबे क्लिनिक से जुड़ना चाहिए।

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दुबे क्लिनिक के साथ अपॉइंटमेंट लें:

रोकथाम ही वह कुंजी है जो किसी भी समस्या को दूर करने में मदद करती है। इस गुप्त व यौन रोग की स्थिति में, अंतर्निहित मुद्दों को संबोधित करना महत्वपूर्ण बातें हैं। यहाँ, दुबे क्लिनिक सभी यौन समस्याओं को दूर करने के लिए पूर्ण आयुर्वेदिक उपचार, दवा, परामर्श, दिशानिर्देश और आवश्यक उपाय प्रदान करने में मदद करता है। डॉ. सुनील दुबे खुद गुप्त व यौन रोगियों को अपना व्यापक आयुर्वेदिक उपचार, यौन परामर्श और दवा प्रदान करते हैं। सबसे पहले, वह रोगियों को उनकी समस्याओं के सही कारणों को जानने में मदद करते हैं ताकि वे अपनी समस्याओं से रु-ब-रु हो सके, उसके बाद वे उनका उपचार और दवा प्रदान करते हैं। हर दिन भारत के विभिन्न शहरों से सौ से अधिक लोग दुबे क्लिनिक से ऑनलाइन व फ़ोन पर संपर्क करते हैं। औसतन तीस से चालीस गुप्त व यौन रोगी अपने बुनियादी और उन्नत उपचार और दवा प्राप्त करने के लिए इस क्लिनिक में आते हैं।


 इस क्लिनिक से जुड़ने के लिए जरूरतमंद व्यक्ति फोन पर अपॉइंटमेंट ले सकता है और किसी भी तरह के गुप्त व यौन विकारों से स्थायी समाधान पाने के लिए क्लिनिक में आ सकता है। सभी बुनियादी और उन्नत आयुर्वेदिक उपचार प्राप्त करने के लिए अभी कॉल करें...


बस इतना ही... अगले अंक में शीघ्रपतन के नए विषय के साथ मिलते हैं।


शुभकामनाओं के साथ

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भारत का एक प्रमाणित आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी क्लिनिक

डॉ. सुनील दुबे, वरिष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर

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 पुरुषों में होने वाली आजीवन शीघ्रपतन के बारे में:

पुरुषों में होने वाली सामान्य गुप्त रोग की समय शीघ्रपतन का पहला प्रकार आजीवन शीघ्रपतन एक ऐसी स्थिति है जिसमें एक पुरुष जीवन भर शीघ्रपतन (पीई) का अनुभव अपने यौन क्रिया में करता है। वास्तव में, यह उसके पहले ही यौन अनुभव से ही शुरू हो जाता है। विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य और सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान के विशेषज्ञ डॉ. सुनील दुबे कहते हैं कि पुरुषों में आजीवन शीघ्रपतन के लिए कई नैदानिक मानदंड हैं। इस स्थिति में, पुरुष समागम के 1-2 मिनट के भीतर लगातार स्खलन का अनुभव करता है। यह उसके अधिकांश यौन मुठभेड़ों में घटित होता है। यह पुरुषों के लिए काफी परेशानी या कमजोरी का कारण भी बनता है। वास्तव में, यह पहले यौन अनुभव से ही पुरुष के उसके यौन क्रिया में मौजूद होता है।


जहाँ तक आजीवन शीघ्रपतन (पीई) के लक्षणों के बारे में कहा जाय तो पटना में सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. सुनील दुबे कहते हैं कि इस मनोवैज्ञानिक गुप्त व यौन समस्या से प्रभावित पुरुष में कुछ सामान्य लक्षण देखे जा सकते हैं। उनका कहना है कि यह कम उम्र के पुरुषों में अधिक आम समस्या है और यह दुनिया भर में लगभग 20-30% पुरुषों को करीब-करीब प्रभावित करता है।

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आजीवन शीघ्रपतन (पीई) के लक्षण: -

  • यह एक तीव्र स्खलन है जो कि यौन क्रिया के प्रारंभिक चरण में हो जाता है।
  • इस स्खलन को नियंत्रित करने में पीड़ित व्यक्ति पूरी तरह से असमर्थ होता है।
  • पुरुषों में अपराधबोध, शर्म या शर्मिंदगी की भावनाएँ देखने को मिलती है।
  • इससे पीड़ित व्यक्ति यौन अंतरंगता से बार-बार बचना चाहता है।
  • यह रिश्ते की समस्याओं का भी एक कारण है जो जोड़े में देखने को मिलता है।


आजीवन शीघ्रपतन (पीईके कारणों के बारे में: -

पुरुषों में इस प्रकार के शीघ्रपतन के कुछ सामान्य कारण होते हैं। उपचार और रोकथाम के उद्देश्यों के लिए हमें निम्नलिखित कारणों को अवश्य जानना चाहिए।

  • आनुवंशिक प्रवृत्ति का होना।
  • तंत्रिका संबंधी कारक (डोपामाइन, सेरोटोनिन)
  • हार्मोनल असंतुलन की स्थिति।
  • चिंता, तनाव या अवसाद का होना।
  • रिश्ते संबंधी मुद्दे या संघर्ष की स्थिति।
  • पिछले अनुभव या आघात का होना।
  • चिकित्सा स्थितियाँ (प्रोस्टेट की समस्याएँ, थायरॉयड विकार)
  • दवाएँ (बीपी की दवाएँ, अवसादरोधी)


जीवन भर शीघ्रपतन (पीई) के कारण के दैनिक जीवन पर प्रभाव:

एशिया के गोल्ड मेडलिस्ट सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. सुनील दुबे, जो कि बिहार के सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर भी हैं, कहते हैं कि जीवन भर शीघ्रपतन की समस्या व्यक्ति और उसके दैनिक जीवन की गुणवत्ता पर बुरा प्रभाव डालता है। इस बुरे यौन अनुभव के कारण, कुछ लोग निम्नलिखित घटनाओं से पीड़ित भी हो जाते हैं।

  • भावनात्मक संकट की स्थिति।
  • रिश्तों की समस्याएँ का होना।
  • आत्म-सम्मान में कमी का होना।
  • अंतरंगता से बचना की स्थिति।
  • यौन संतुष्टि में कमी का होना।


इस प्रकार के समय से पहले स्खलन (पीई) पर काबू पाने के लिए व्यक्ति को एक व्यापक दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता होती है, जिसमें व्यवहार तकनीक, जीवनशैली में बदलाव और प्राकृतिक व आयुर्वेदिक दवाओं का उपयोग शामिल है। डॉ. सुनील दुबे कहते हैं कि लोगों को इन सभी नैदानिक या स्व-सहायता को निम्नलिखित शब्दों में चरण-दर-चरण समझना चाहिए जो उन्हें इससे हमेशा के लिए उबरने में सहायक सिद्ध होते है।


व्यवहार तकनीक: -

  • स्टॉप-स्टार्ट विधि: - खुद को उत्तेजित करें, स्खलन से पहले रुकें और इसे दोहराएं।
  • निचोड़ विधि: - स्खलन से पहले अपने पनीले के आधार को निचोड़ें (सॉफ्ट हैंड) ।
  • श्वास व्यायाम: - गहरी और नियंत्रित साँस लेने का अभ्यास करें।
  • विश्राम तकनीक: - योग, ध्यान, या प्रगतिशील मांसपेशी विश्राम।
  • एजिंग: - धीरे-धीरे उत्तेजना बढ़ाएँ, फिर इसे रोकें।


जीवनशैली में बदलाव: -

  • नियमित व्यायाम: - समग्र शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए नियमित व्यायाम करे।
  • स्वस्थ आहार: - ओमेगा-3 फैटी एसिड, जिंक और मैग्नीशियम से भरपूर खाद्य पदार्थों को अपने दैनिक आहार में शामिल करें।
  • तनाव प्रबंधन: - अंतर्निहित तनाव और चिंता की स्थिति को संबोधित कर इसे प्रबंधित करे।
  • अच्छी नींद लें: - नियमित रूप से प्रति रात 7-8 घंटे की गुणवतापूर्ण नींद का लक्ष्य रखें।
  • मादक पदार्थों का उपयोग सीमित करें: - अत्यधिक शराब, धूम्रपान और दवाओं के सेवन से बचें।


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चिकित्सा सहायता: -

  • परामर्श: - अंतर्निहित मनोवैज्ञानिक चिंताओं को संबोधित करने व निदान हेतु परामर्श ले।
  • तेल और क्रीम: - प्राकृतिक तेल और क्रीम को इस्तेमाल कर अपने पेनिले को असंवेदनशील बनाएं।


प्राकृतिक उपचार: -

  • हर्बल सप्लीमेंट: - अश्वगंधा, मैका और जिनसेंग प्राकृतिक श्रोत है।
  • एक्यूप्रेशर: - स्खलन में देरी करने के लिए विशिष्ट बिंदुओं को लक्षित करें।
  • योग और ध्यान: - आत्म-नियंत्रण और विश्राम को बढ़ाएँ।


पेशेवर यौन स्वास्थ्य पेशेवर से सहायता: -

  • क्लिनिकल सेक्सोलॉजिस्ट: - आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान में विशेषज्ञ (30+ वर्ष का अनुभव)
  • यौन चिकित्सा परामर्शदाता: - भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक मुद्दों पर काम करता है
  • मूत्र रोग विशेषज्ञ: - अंतर्निहित चिकित्सा स्थितियों का निदान करता है।


विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉ. सुनील दुबे यह भी कहते हैं कि जीवन भर शीघ्रपतन की समस्या से निपटने के लिए धैर्य और दृढ़ता बहुत ज़रूरी है। सर्वोत्तम परिणामों के लिए कई तरीकों का इस्तेमाल करें। व्यक्तिगत मार्गदर्शन के लिए पेशेवरों से सलाह अवश्य लें और सिर्फ़ शीघ्रपतन की समस्या पर ही नहीं, बल्कि समग्र यौन स्वास्थ्य पर ध्यान दें।


दुबे क्लिनिक में अपॉइंटमेंट:

दुबे क्लिनिक एक प्रमाणित आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी मेडिकल साइंस क्लिनिक है जो सभी तरह के गुप्त व यौन समस्याओं से निपटने के लिए संपूर्ण चिकित्सा व उपचार उपलब्ध कराता है। दरअसल, यह बिहार का पहला आयुर्वेदिक क्लिनिक भी है जो पिछले 60 वर्षों से विवाहित और अविवाहित गुप्त व यौन रोगियों को अपना उपचार, दवा और परामर्श प्रदान करते आ रहा है। यह लंगर टोली, चौराहा, पटना-04 में स्थित है जो कि बाहरी मरीजों के आगमन के लिए सुलभ है।


हर दिन पूरे भारत से अलग-अलग तरह के गुप्त व यौन रोगी अपने बुनियादी और उन्नत चिकित्सा व उपचार के लिए इस क्लिनिक में आते हैं। औसतन प्रतिदिन पूरे भारत से सौ से ज़्यादा लोग डॉ. सुनील दुबे से परामर्श लेने के लिए फोन पर दुबे क्लिनिक से संपर्क करते हैं। औसतन हर दिन पैंतीस गुप्त व यौन रोगी अपनी गुप्त व यौन समस्याओं के इलाज के लिए इस क्लिनिक में आते हैं। वे सभी को उनकी समस्याओं के अनुसार व्यापक उपचार और दवाइयाँ देकर उनकी मदद करते हैं।


अगर आप एक गुप्त या यौन रोगी हैं और क्लिनिकल सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर से मिलने की योजना बना रहे हैं, तो दुबे क्लिनिक से अपॉइंटमेंट लेने में देरी न करें। ऐसा इसलिए क्योंकि यह 100% शुद्ध, प्राकृतिक और प्रभावी आयुर्वेदिक व प्राकृतिक चिकित्सा व उपचार प्रदान करता है जो आपकी यौन समस्याओं के लिए रामबाण है। अब तक भारत के 7.6 लाख गुप्त व यौन रोगी इस क्लिनिक से लाभान्वित हो चुके हैं। तो देर न करे, सही सेक्सोलॉजिस्ट का चयन आपके सुरक्षित यौन स्वास्थ्य की गारंटी है।


बस इतना ही... अगले अंक में शीघ्रपतन के नए विषय के साथ मिलते हैं।


शुभकामनाओं के साथ

दुबे क्लिनिक

भारत का एक प्रमाणित आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी क्लिनिक

डॉ. सुनील दुबे, वरिष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर

बी.ए.एम.एस. (रांची) | एम.आर.एस.एच (लंदन) | आयुर्वेद में पी.एच.डी. (यू.एस.ए.)

हेल्पलाइन नंबर: +91 98350 92586

स्थान: दुबे मार्केट, लंगर टोली, चौराहा, पटना-04

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