दुबे क्लिनिक में सभी पाठकों और लोगों का पुनः स्वागत है। बहुत सारे लोगो ने अनुरोध किया कि हम यौन हॉर्मोन पर चर्चा करे और इसकी कमी या बढ़ोतरी से शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य पर क्या-क्या असर होता है। साथ-ही-साथ उन्होंने यह भी आग्रह किया कि इसे किस प्रकार से सुधारा जा सकता है। इस टॉपिक के बारे में विस्तृत चर्चा हमारे विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉ. सुनील दुबे करेंगे। वह इस यौन हार्मोन और इसके महत्व के बारे में बताएंगे। वह यह भी बताएँगे की यदि किसी पुरुष या महिला के यौन हार्मोन में उतार-चढ़ाव हो तो क्या होता है और इसका सटीक इलाज क्या है?
यौन प्रेरणा के मुख्य कारक टेस्टोस्टेरोन, एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन, ऑक्सीटोसिन और वैसोप्रेसिन जैसे हार्मोन है जो व्यक्ति को सोच एवं इस क्रिया को सक्रिय बनाते है एवं उनके यौन जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। यौन हार्मोन का मुख्य उद्देश्य यौन व्यवहार और गतिविधियों में संलग्न होने की क्षमता और प्रेरणा को नियंत्रित करना हैं।
ऑक्सीटोसिन: प्राकृतिक हार्मोन
ऑक्सीटोसिन जिसे प्रेम हार्मोन के रूप में भी जाना जाता है, स्पर्श, अंतरंगता, जोड़ों के बीच संबंध की गहरी भावना के फलस्वरूप सक्रिय होता है। इससे जोड़े (पुरुष-स्त्री) को एक-दूसरे के प्रति आकर्षित होने में मदद मिलती है। यही स्थिति एक मां से लेकर उसके नवजात शिशु तक की होती है। यह एक प्राकृतिक हार्मोन है जो प्रजनन प्रणाली और मानव व्यवहार के पहलुओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह हॉर्मोन पुरुष-स्त्री या स्त्री-पुरुष के प्रति प्रेम की गहराई को भी दर्शाता है।
अगर शारीरिक क्रिया के रूप में देखा जाय तो हाइपोथैलेमस हार्मोन ऑक्सीटोसिन बनाता है जबकि पश्च पिट्यूटरी ग्रंथि इसे संग्रहीत करती है और इसे रक्तप्रवाह में छोड़ती है। इसे मस्तिष्क में एक रासायनिक संदेशवाहक के रूप में भी जाना जाता है, जो प्रसव, स्तनपान और व्यवहार सहित प्रजनन प्रणाली के सभी प्रमुख कारकों को नियंत्रित करने में मदद करता है।
आज के समय के पटना के सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. सुनील दुबे कहते हैं कि हार्मोन एक रसायन है जो मानव शरीर में विभिन्न कार्यों का समन्वय करता है। यह रक्त के माध्यम से अंगों, त्वचा, मांसपेशियों और अन्य ऊतकों तक संदेश पहुंचाता है। वे संकेत शरीर को बताते हैं कि क्या करना है और कब करना है। दरअसल, हार्मोन जीवन और स्वास्थ्य दोनों के लिए जरूरी चीज हैं।
टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का पुरुषों के यौन जीवन में भूमिका:
टेस्टोस्टेरोन: C19H28O2
इसका रासायनिक नाम C19H28O2 जिसमें कार्बन, हाइड्रोजन और ऑक्सीजन (हाइड्रोजन और हाइड्रॉक्साइड) का मिश्रण होता है। पुरुषों में पाए जाने वाले प्रमुख यौन हार्मोन टेस्टोस्टेरोन है, जो अंडकोष में निर्मित होता है। पिट्यूटरी ग्रंथि अंडकोष को नियंत्रित करती है जो मस्तिष्क में स्थित होते हैं। मस्तिष्क का वह क्षेत्र जहां पिट्यूटरी ग्रंथि स्थित होती है उसे हाइपोथैलेमस भी कहा जाता है। एण्ड्रोजन हॉर्मोन पुरुष यौन और प्रजनन कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं।
कुछ लोगों को जन्म के समय पुरुष (एएमएबी) सौंपा गया है, उनमें टेस्टोस्टेरोन का असंतुलन हो सकता है जो कुछ लक्षणों का कारण बनता है जैसे- शरीर के बालों का झड़ना, इरेक्टाइल डिसफंक्शन, गाइनेकोमेस्टिया (स्तन के ऊतकों का बढ़ना), बांझपन, इत्यादि। यह एक जन्मजात कारक है जिसमे व्यक्ति का जीन की भूमिका अहम होती है।
महिलाओं के यौन जीवन में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन की भूमिका:
एस्ट्रोजन: एस्ट्राडियोल | C18H24O2 | सीआईडी 5757 - पबकेम
महिलाओं में मुख्य रूप से दो प्रकार के प्रमुख यौन हार्मोन एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन पाया जाता हैं। हालाँकि टेस्टोस्टेरोन को एक पुरुष हार्मोन के रूप में देखा जाता है, परन्तु महिलाएँ भी इसका उत्पादन करती हैं हालांकि उन्हें इसकी कम मात्रा की आवश्यकता होती है।
महिलाओं में एस्ट्रोजन हॉर्मोन का स्तर उच्च होने पर उनमे अनियमित या भारी मासिक धर्म, वजन बढ़ना, थकान और फाइब्रॉएड जैसे कुछ लक्षण पैदा हो सकते है। एस्ट्रोजन हार्मोन का उतार-चढ़ाव सीधे तौर पर उनके यौन कार्य को भी प्रभावित करता है, जैसे कि योनि का सूखापन और यौन इच्छा का निम्न स्तर का होना।
व्यक्तियों में हार्मोनल परिवर्तन के संकेत और लक्षण:
- थकावट
- अवसाद या चिंता
- हताश भावना
- कब्ज़
- दस्त
- हाथों का सुन्न होना
- रक्त में उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर
- दिल की धड़कन धीमी या तेज़ होना
- असामान्य वजन बढ़ना या घटना
भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. सुनील दुबे का इलाज:
डॉ. सुनील दुबे प्रतिदिन जो मूलतः पटना के रहने वाले है अपने इलाज व दवा के सफलता के कारण पुरे विश्व में प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य है। वह भारत के लोगो के लिए बिहार के सर्वश्रेठ सेक्सोलॉजिस्ट है जो दुबे क्लिनिक गुप्त व यौन रोगियों का इलाज करते हैं। उन्होंने अब तक सवा चार लाख से अधिक गुप्त व यौन रोगियों का सफलतापूवर्क इलाज कर चुके है। उनके प्रभावपूर्ण आयुर्वेदिक इलाज से हर एक यौन रोगी को फायदा मिलता है। दुबे क्लिनिक बिहार का पहला प्रामाणिक क्लिनिक है जो अपने इलाज और दवा में गुणवत्ता के लिए पुरे भारत में प्रसिद्ध है।
डॉ. सुनील दुबे का कहना है कि हार्मोन के असंतुलन के कारण पुरुष और महिला दोनों के यौन स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। पुरुष बांझपन, कम कामेच्छा और स्तंभन दोष से प्रभावित होते हैं। महिलाएं मासिक धर्म की समस्याओं, योनि का सूखापन और हाइपोएक्टिव यौन इच्छा विकार से प्रभावित होती हैं। वह इन सबका इलाज प्राकृतिक चिकित्सा व उपचार पद्धति से करते हैं। वह गुप्त व यौन रोगियों को उनकी समस्याओं को दूर करने के लिए हमेशा गैर-सर्जिकल उपचार प्रदान करते हैं। दुबे क्लिनिक में प्रतिदिन चालीस से पचास गुप्त व यौन रोगी अपने-अपने समस्या का इलाज करवाते है। वह हमेशा उन सभी की मदद करते है और उनकी समस्याओं के अनुसार उनका इलाज करते है।
विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य रोगियों को उनके स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए स्वयं द्वारा आविष्कृत सभी प्राकृतिक औषधियाँ प्रदान करते हैं। उनकी सारी दवा व उपचार रोगियों के लिए रामबाण सिद्ध हुई है। यही कारण है की देश-विदेश के यौन रोगी दुबे क्लिनिक में इलाज हेतु संपर्क करते है।
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यदि आप गुप्त या यौन रोग के कारण अपने दैनिक स्वास्थ्य या वैवाहिक जीवन में समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो आपको अभी दुबे क्लिनिक से परामर्श करना चाहिए। यह आयुर्वेदा व सेक्सोलोजी चिकित्सा विज्ञान क्लिनिक पूरे भारत में फोन और क्लिनिक उपचार और दवा का विशेषाधिकार प्रदान कर उनकी समस्याओं का निदान करता है। डॉ. सुनील दुबे से परामर्श लेने के लिए फ़ोन से अपॉइंटमेंट लें और अपनी समस्याओं से हमेशा के लिए छुटकारा पाएं।
शुभकामनाओं सहित:
दुबे क्लिनिक
भारत का एक प्रमाणित क्लिनिक
डॉ. सुनील दुबे, गोल्ड मेडलिस्ट सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर
बी.ए.एम.एस. (रांची) | एम.आर.एस.एच (लंदन) | पीएच.डी. आयुर्वेद में (यूएसए)
स्थान: दुबे मार्केट, लंगर टोली चौराहा, पटना - 04
हेल्पलाइन नंबर: +91 98350 92586; +91 91555 55112
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