बहुत सारे लोग हमेशा कन्फ्यूज्ड रहते है कि उन्हें पता नहीं होता कि सेक्सोलॉजिस्ट के पास उन्हें कब जाना चाहिए। सेक्सोलॉजिस्ट का लोगो के यौन जीवन एवं इसके स्वास्थ्य में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका होती है। आज इन्ही बातों पर हम चर्चा करने जा रहे है कि हमें सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए। हमारे साथ है भारत के गोल्ड मेडलिस्ट सीनियर सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर सुनील दुबे जिनकी चर्चा पुरे विश्व में होती है। वह भारत के इकलौते क्लीनिकल सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर है जिन्हे आयुर्वेद व सेक्सोलोजी चिकित्सा विज्ञान में महत्वपूर्ण योगदान के लिए भारत गौरव अवार्ड, इंटरनेशनल आयुर्वेदा रत्न अवार्ड, व एशिया के प्रसिद्ध आयुर्वेदिक सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर का अवार्ड से सम्मानित किया जा चूका है। वह उन सारे लोगो के संकोच व डॉब्टस को दूर करेंगे जिन्हे सेक्सोलॉजिस्ट के बारे में काम जानकारी है।
यह लेख निश्चित रूप से उन सभी लोगों की मदद करेगा जो किसी भी गुप्त या यौन समस्या से पीड़ित हैं साथ ही जो अपने रिश्ते के मुद्दों या मनोवैज्ञानिक संघर्ष से उबरना चाहते है; उन सभी को मदद मिलेगी।
लोगो के एक बात स्पष्ट रूप से समझ लेना चाहिए कि सेक्सोलॉजिस्ट व सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर में अंतर होता है। सेक्सोलॉजिस्ट केवल समस्या को पहचानने में मदद करता है जबकि सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर समस्या को पहचान कर उसका निदान करते है।
सेक्सोलॉजिस्ट की भूमिका:
चलिए जानते है सेक्सोलॉजिस्ट की भूमिका के बारे में। वह सेक्सोलॉजी पेशा में अच्छा ज्ञान रखता है। वह लोगो को यौन अंतरंगता के बारे में सभी दृष्टिकोण को स्पष्ट कर उनकी समझ को बढ़ाता है एवं इसके परेशानी को समझने में मदद करते है। हालांकि यौन अंतरंगता वास्तव में एक निजी विषय है और इसे परंपरा और संस्कृति के दायरे में छिपाया जाना चाहिए। वह इन सारे पहलुओं को एक वैधानिक तरीको से लोगो की गुप्त व यौन समस्या को सुलझाने में मदद करते है। उनका मुख्य लक्ष्य व्यक्ति को सेक्सोलोजी विज्ञान के तहत शिक्षित करना एवं समाज के हित में विकास से है। वास्तव में, यौन शिक्षा का सम्बन्ध पारिवारिक जीवन के विकास से भी सम्बंधित होता है। वह उन्हें यौन स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाते है जिससे कि वह भविष्य में गुप्त व यौन समस्या से बच सके एवं पारिवारिक जीवन का सही से निर्वहन कर सके।
सेक्सोलॉजिस्ट किसी संस्था में पढ़ाने का भी कार्य करते है साथ-ही वह लोगो के गुप्त व यौन समस्या का रिसर्च भी कर सकते है। यह उनकी योग्यता व प्रमाणन पर निर्भर करता है। वह गुप्त या यौन रोगियों का इलाज नहीं करते है बल्कि सलाह देते है कि एक अच्छे यौन स्वास्थ्य के लिए क्या करना है और क्या नहीं।
भारत में यौन शिक्षा अच्छी बात है लेकिन इसका प्रभाव और क्षमता सकारात्मक होनी चाहिए। किसी व्यक्ति को शिक्षित करना वास्तव में समाज का विकास है साथ-ही यौन शिक्षा पारिवारिक जीवन के विकास को भी दर्शाता है।
सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर की भूमिका:
ऐसा देखा गया है कि जब किसी के सामने कोई कठिन परिस्थिति या समस्या आती है तो वह अपने से बड़े या अधिक पढ़े-लिखे लोगों के साथ अपनी समस्या का समाधान ढूंढता है। वस्तुतः समस्या का समाधान पाना ही मंजिल है। ठीक उसी प्रकार अगर किसी के जीवन में उसके यौन जीवन या स्वास्थ्य में परेशानी आती है तो उन्हें इसका निदान पाने के लिए सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर के पास जाना और इलाज करवाना मुख्य लक्ष्य होना चाहिए। यौन स्वास्थ्य के उपचार और सुधार के लिए वह यौन चिकित्सा परामर्शदाता या सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर के पास सकते हैं।
सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर सेक्सोलॉजिस्ट का गुरु होता है क्योकि वह लोगो को समस्या को पहचान कर उनके निदान के लिए उपचार व चिकित्सा मुहैया करता है। अगर हम विश्व-विख्यात आयुर्वेदाचार्य डॉ. सुनील दुबे की बात करे तो वह सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर के पेशे में आयुर्वेदा व सेक्सोलोजी चिकित्सा विज्ञान और उसके उपचार क्षेत्र के विशेषज्ञ है। वह सभी प्रकार के गुप्त व यौन रोगियों का इलाज अपने शोधित आयुर्वेदिक दवा, रस -रसायन, व प्रभावपूर्ण भस्मो द्वारा करते है। उन्हें आयुर्वेदाचार्य की उपाधि से भी सम्मानित किया गया है चुकि उन्होंने आयुर्वेद में पीएचडी किया है। वर्त्तमान समय में वह पटना के सर्वश्रेठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर है जो पुरे भारत के गुप्त व यौन रोगियों का इलाज दुबे क्लिनिक में करते है। सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर का मुख्य कार्य रोगियों को उनके यौन समस्या से निदान दिलाना होता है जो उनके मानसिक, शारीरिक, मनवैज्ञानिक, स्वास्थ्य-सम्बन्धी मुद्दे, व मेडिकल समस्या से जुड़ा होता है। वह अपने प्राकृतिक उपचार के माध्यम से वो सारे परिक्षण व जाँच करते है जो गुप्त व यौन रोगियों के भिन्न-भिन्न प्रकार प्रभावित करते है।
वह गुप्त व यौन रोगियों को अपने चिकत्सा व उपचार में निम्नलिखित सुविधा प्रदान करते है:- यौन परामर्श, मनोवैज्ञानिक परिक्षण, मानसिक यौन समस्या, सामाजिक जिम्मेवारी का प्रभाव, स्वास्थ्य-सम्बन्धी मुद्दों की जाँच, एवं वह सारी समस्या जो उनके यौन जीवन को प्रभावित करता है। डॉ. सुनील दुबे भारत के सबसे सफल आयुर्वेदा व सेक्सोलोजी चिकित्सा विज्ञान के डॉक्टर के साथ-साथ शोधकर्ता भी है। उन्होंने सेक्सोलोजी चिकित्सा विज्ञान में पुरुषो व महिलाओं के विभिन्न यौन रोगो पर शोध किया है एवं उनके लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धत्ति के माध्यम से सटीक दवा व उपचार की खोज भी की है।
अपने शोधित दवा से उन्होंने अब तक सवा चार लाख से अधिक गुप्त व यौन रोगियों का सफलतापूर्वक इलाज भी किया है। मुख्य रूप से, पुरुष व महिला दोनों ने उनके दवा का लाभ उठाया है जो विभिन्न प्रकार के यौन रोग से पीड़ित थे जैसे कि हाइपोएक्टिव यौन विकार, स्तंभन दोष, यौन कामोन्माद विकार, शीघ्रपतन, यौन दर्द विकार और यौन इच्छा की कमी, प्रदर आदि।
पुरुष और महिला यौन व्यवहार के बारे में:
डॉ. सुनील दुबे, बिहार के सर्वश्रेठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर पुरुषों और महिलाओं के यौन व्यवहार के बारे में कहते हैं कि दोनों के यौन व्यवहार व सोच की प्रकृति अलग-अलग होती है। उनका मानना है कि किसी भी व्यक्ति के यौन व्यवहार में कई कारको की भूमिका होती है जो उनके यौन सोच व क्रिया को प्रभावित करते है जैसे कि पूर्वनिर्धारितता, समाज, परिवार, व्यक्तित्व, पालन-पोषण, संस्कृति और अन्य। ये सारे कारक पुरुष व महिला दोनों लोगो पर लागु होती है।
पुरुष शारीरिक व मानसिक स्तर से यौन क्रिया में भाग लेता है जबकि स्त्री भावनात्मक व शारीरिक रूप से इससे जुड़ती है। यही कारण है कि दोनों कि प्रकृति में अंतर होता है जबकि लक्ष्य चरमसीमा दोनों के लिए मान्य है।
पुरुष को कब सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर के पास जाना चाहिए:
डॉ. सुनील दुबे जो प्रतिदिन चालीस से पचास गुप्त व यौन रोगियों का इलाज करते है उनका मानना है पुरुष को निम्नलिखित परिस्थितियों में गुप्त रोग डॉक्टर (सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर) से सलाह लेनी चाहिए।
- पेनिले के इरेक्शन पाने या बनाए रखने में परेशानी हो।
- शीघ्रपतन, विलम्बित स्खलन, प्रतिगामी स्खलन हो।
- यौन जीवन में युगल संबंधों की समस्याएं हो।
- यौन इच्छा की कमी या कामेच्छा में कमी।
- पेनिले में इन्फेक्शन की समस्या हो।
- पनीले के साइज में असंतोष हो।
- दोनों पार्टनर्स के यौन संतुष्टि में अंतर हो।
- किसी भी प्रकार के यौन समस्या हो।
महिला को कब सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर के पास जाना चाहिए:
महिला को हमेशा अपने पार्टनर के साथ निम्नलिखित परिस्थितियों में सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
- यौन विकार जैसे कि इच्छा, उत्तेजना, दर्द, व चरमसीमा की कमी होने पर।
- संभोग के दौरान दर्द का अनुभव होने पर।
- योनि में सूखापन और नमी की कमी होने पर।
- योनि के स्वेक्षिक संकुचन होने पर।
- बातचीत में यौन असंतोष होने पर।
- असामान्य प्रदर होने पर।
- किसी भी प्रकार के यौन समस्या के प्रभावित होने पर।
- यौन रूप से संक्रामित संक्रमण होने पर।
हमारे विश्व-प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य व भारत के सीनियर सेक्सोलॉजिस्ट का यह भी कहना है कि सामान्य या शारीरिक यौन समस्याओं के कारण 45% महिलाएं और 35% पुरुष प्रभावित होते हैं जबकि 30% महिलाएं और 15% पुरुष हाइपोएक्टिव यौन इच्छा विकार से प्रभावित होते हैं। इसके अलावा, बहुत सारे ऐसे मामले हैं जो इस गुप्त व यौन रोग को मनोवैज्ञानिक कारणों से प्रभावित करते हैं।
गुप्त व यौन रोग के लिए केवल आयुर्वेदिक दवा ही है कारगर:
डॉ. सुनील दुबे का कहना है कि किसी भी गुप्त या यौन रोग के लिए केवल और केवल आयुर्वेदिक दवा व उपचार की कारगर है। इसका मूल कारण निदान से है जो रोगी को उसके समस्या को प्राकृतिक तरीको से बिना किसी साइड-इफेक्ट्स के जड़ से ठीक करती है। वैसे भी आयुर्वेद किसी भी चिकित्सा का मूल है जिसके माध्यम से दवा तैयार की जाती है।
दुबे क्लिनिक जाएं और अपना इलाज करवाएं:
यदि आप यौन या गुप्त रोगी हैं, तो आप अपनी सर्वश्रेष्ठ यौन चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा इकाई दुबे क्लिनिक से परामर्श लेना चाहिए। भारत का यह सबसे विश्वसनीय आयुर्वेदिक क्लिनिक सभी गुणवत्ता उद्देश्यों से प्रमाणित और अनुमोदित है। सभी प्रकार के रोगियों का इलाज प्रदान करती है। इस क्लिनिक की खासियत यह है कि यह सम्पूर्ण इलाज प्राकृतिक व आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति व उपचार के माध्यम से करती है। डॉ. सुनील दुबे के दिशानिर्देश में अपने सभी गुप्त या यौन समस्याओ से मुक्ति पाए।
अधिक जानकारी के लिए:
दुबे क्लिनिक
भारत में एक प्रमाणित क्लिनिक
डॉ. सुनील दुबे, गोल्ड मेडलिस्ट और भारत गौरव से सम्मानित सेक्सोलॉजिस्ट
बी.ए.एम.एस (रांची), एम.आर.एस.एच (लंदन), पीएच.डी. आयुर्वेद में (यूएसए)
हेल्पलाइन नंबर: +91 98350 92586; +91 91555 55112
स्थान: दुबे मार्केट, लंगर टोली चौराहा, पटना-04
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