क्या आप पटना, बिहार में सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट एसडी विशेषज्ञ की तलाश कर रहे हैं? बस दुबे क्लिनिक पर जाएँ और डॉ. सुनील दुबे के पास जाएँ जो आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान के विशेषज्ञ हैं और दुबे क्लिनिक में भारत के वरिष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट के रूप में काम करते हैं।
हाइपोएक्टिव यौन इच्छा विकार के कारण और लक्षण:
जब भी किसी व्यक्ति को कोई बीमारी घर कर लेती है तो उसका शरीर शिथिल पर जाता है और रंग नीला पड़ने लगती है साथ-ही-साथ उसे कमजोरी महसूस होने लगती है। अगर बात यौन जीवन की हो तो रोगी को और भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसका कारण यह है कि लोग गुप्त या यौन रोग को साझा करने से हमेशा कतराते है।
ऐसा कहा जाता है कि इंसान गलतियों के लिए खुद ही जिम्मेदार होता है चाहे वह स्वास्थ्य का मामला हो या सामान्य मामला हो। उम्र बढ़ने के कारण स्वास्थ्य में गिरावट एक सामान्य घटना है और इसे कोई भी स्वीकार करता है। उदाहरण के तौर पर हम यह समझ सकते हैं कि कोई भी बूढ़ा नहीं होना चाहता लेकिन ऐसा होता है क्योंकि यह एक प्राकृतिक घटना है और हर कोई इसे समझ सकता है।
अगर यौन जीवन में किसी भी तरह की विकार हो तो लोगो को यह समझने में ही ज्यादा समय बीत जाते है की आखिर उन्हें यह यौन रोग उन्हें क्यों और कैसे हुआ है। आज की टॉपिक में हमारे विश्व-प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉ. सुनील दुबे पुरुषो और महिलाओं में होने वाले यौन इच्छा विकार के बारे में बताने जा रहे है कि आखिर यह यौन यौन रोग किसी भी व्यक्ति को क्यों और कैसे प्रभावित करती है और इससे कैसे बचा जाय।
डॉ. सुनील दुबे भारत के पहले गोल्ड मेडलिस्ट और भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित पहले सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर है जिन्हे यह सम्मान एक ही समय में दिया गया। वर्तमान समय में वह पटना के सर्वश्रेठ सेक्सोलॉजिस्ट है और प्रतिदिन पच्चीस से ज्यादा यौन रोगियों का इलाज दुबे क्लिनिक में करते है। अभी तक, उन्होंने पौने चार लाख से ज्यादा यौन रोगियों को सफलतापूर्वक इलाज किया है जो की किसी भी भारतीय सेक्सोलॉजिस्ट के लिए एक रिकॉर्ड है।
वे कहते है कि पुरुषों या महिलाओं में कई यौन रोग होते हैं जैसे स्तंभन समस्याएं, स्खलन समस्याएं, स्तंभन दोष, रात्रि उत्सर्जन, कामेच्छा का निम्न स्तर, प्रदर, मासिक धर्म संबंधी समस्याएं, योनि का सूखापन, कम यौन इच्छा आदि। हाइपोएक्टिव यौन इच्छा विकार मानव यौन का एक हिस्सा है जिसमे उनके यौन जीवन में शिथिलता आ जाती है। इस स्थिति में व्यक्ति को यौन गतिविधियों में भाग लेने की इच्छा नहीं होती है और उसकी इच्छा यौन अंतरंगता के विरुद्ध होने लगती है।
पुरुषों में एचएसडीडी (HSDD) क्यों होता है?
प्राकृतिक रूप से, 60 से 70 वर्ष की आयु के बीच किसी भी पुरुष व्यक्ति में यौन इच्छा कम हो जाती है, लेकिन कभी-कभी अंतर्निहित स्थिति कारणो कि वजह से ऐसा 40 वर्ष की आयु से पहले ही हो जाता है। ऐसा माना जाता है कि अवसाद, तनाव, शराब का अत्यधिक सेवन, कुछ दवाओं का अत्यधिक सेवन और थकान जैसे कुछ कारक हैं जो पुरुषों में यौन इच्छा को कम करते हैं। इन सभी कारणों के लिए व्यक्ति खुद ही जिम्मेदार होता है
दुबे क्लिनिक के निर्देशक और बिहार के टॉप रैंक सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. सुनील दुबे का कहना है कि ऐसे कई कारण हैं जो किसी व्यक्ति को इस हाइपोएक्टिव सेक्सुअल डिज़ायर डिसऑर्डर (एचएसडीडी) की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कोई भी व्यक्ति किसी भी उम्र में इससे पीड़ित हो सकता है कुछ कारण निम्नलिखित हैं:-
- वजन का बढ़ना इंसान को हमेशा परेशानियों में डालता है साथ ही कामेच्छा में कमी होने शामिल है।
- अगर कोई व्यक्ति मधुमेह रोग से पीड़ित है तो उसे कई यौन रोग हो जाता है, यौन जीवन में शिथिलता भी।
- यदि किसी व्यक्ति को उच्च रक्तचाप से ग्रसित है, तो वह यौन इच्छा के निम्न स्तर से पीड़ित होगा।
- अगर किसी व्यक्ति का कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ा हुआ है तो वह यौन विकार से भी प्रभावित होगा।
- दैनिक जीवन में शराब का अधिक सेवन हमेशा स्वास्थ्य संबंधी समस्या बन जाता है और यौन शक्ति को काम।
- किसी पुरानी बीमारी के लिए निश्चित दवा का सेवन व्यक्ति को हमेशा इच्छा विकार में डाल देती है।
- यदि कोई व्यक्ति नींद न आने की बीमारी से पीड़ित है तो वह निम्न स्तर की यौन इच्छा से पीड़ित होगा।
- पार्टनर के बीच भावनात्मक जुड़ाव की कमी चिंता का विषय है और इसका उनके यौन जीवन पर गंभीर प्रभाव पड़ता है।
- यदि किसी व्यक्ति को इरेक्शन में दिक्कत हो रही है तो वह यौन इच्छा विकार से पीड़ित होगा।
- उम्र बढ़ना एक वास्तविक कारक है जो एक निश्चित समय के बाद हर आदमी में होता है।
यदि कोई व्यक्ति एचएसडीडी से पीड़ित है तो उसे क्या करना चाहिए?
दरअसल, कोई भी बीमारी व्यक्ति के उसके आत्मविश्वास, ऊर्जा-स्तर और आत्म-छवि को हमेशा प्रभावित करती है। उपयुक्त सभी कारक यौन इच्छा विकार से संबंधित हैं जो निश्चित रूप से व्यक्ति की सोच और आत्मसम्मान पर संकट डालता है।
अगर किसी व्यक्ति में यौन इच्छा का स्तर कम हो जाए या होने लगे तो सबसे पहले उसे अपनी जीवनशैली में बदलाव करने की जरुरत होती है। उसे शारीरिक रूप से अधिक सक्रिय होने और अपने अतिरिक्त वजन को नियंत्रित करने की जरूरत होती है। जितनी जल्दी हो सके, उसे शराब पीना छोड़ देना चाहिए; धूम्रपान और स्वास्थ्य संबंधी सभी मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए ताकि प्रकृति उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सके।
यदि कोई व्यक्ति जानता है कि उसकी यौन इच्छा विकार रिश्ते के मुद्दों के कारण उसके साथ हो रहा है, तो उसे मामले को शांत करना चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह मुद्दा दोनों भागीदारों को न केवल मानसिक बल्कि दैनिक जीवन को भी प्रभावित करता है।
शारीरिक समस्याओं में व्यक्ति को हार्मोन (टेस्टोस्टेरोन) का कम स्तर और थकान की समस्या होती है। उन्हें हमेशा संतुलित स्वस्थ आहार के साथ अपनी दिनचर्या में सुधार करना चाहिए। उसे साग-सब्जियां, फल, अंकुरित अनाज का सेवन करना अत्यधिक मात्रा में करना चाहिए और सुबह-सुबह व्यायाम करना चाहिए।
मानसिक समस्या के मामले में, व्यक्ति को चिंता व अवसाद होता है जो कामेच्छा में कमी का कारण बनता है। इस मानसिक स्थिति के कारण व्यक्ति खुद को असंतुलित कर लेता है एवं उसका दैनिक जीवन में चिड़चिड़ापन जन्म ले लेता है। उन विचारों से बचें जो आपको बेमतलब में परेशान करते हैं।
आयुर्वेद एवं सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान विशेषज्ञ से परामर्श:
किसी भी यौन रोग का जड़ से ख़त्म करने का इलाज केवल और केवल आयुर्वेद में ही संभव है। इसका कारण यह है कि यह रोग को प्राकृतिक तरीको से ठीक करता है। यौन रोगी को आयुर्वेदाचार्य या यौन रोग विशेषज्ञ से सलाह लेना रोगी को उसके समस्या से निदान दिलाने में मदद करते है। रोग की वास्तविकता को समझने में मदद करना और इसके उपचार हेतु सलाह देना सीनियर सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर का प्राथमिक काम है।
अंततः, अब आपके लिए एक वास्तविक और विशेषज्ञ यौन स्वास्थ्य देखभाल इकाई से परामर्श करने का समय आ गया है। कोई भी व्यक्ति इलाज और दवा के अनुसार अपना यौन चिकित्सा परामर्शदाता चुन सकता है। वास्तव में, प्राकृतिक चिकित्सा और उपचार यौन स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से उबरने का सबसे अच्छा और सुरक्षित तरीका है।
डॉ. सुनील दुबे भारत के सबसे सफल आयुर्वेद एवं सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान विशेषज्ञ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर हैं। साथ में, वह भारत में सबसे अधिक मांग वाले सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टरों में से एक हैं। मुख्य रूप से, वह दुबे क्लिनिक में अभ्यास करते हैं जो लंगर टोली, चौराहा और पटना-04 में स्थित है। उनके अनुभव, प्रभावी परामर्श, सटीक प्राकृतिक चिकित्सा और उचित सलाह के कारण बिहार व भारत के अधिकतम यौन रोगी उन्हें हमेशा दूसरों से पहले पसंद करते हैं।
भारत के यह प्रसिद्ध सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर हमेशा लोगों को सलाह देते हैं कि जब भी किसी को हाइपोएक्टिव सेक्सुअल डिज़ायर डिसऑर्डर के लक्षण का एहसास हो तो उसे दुबे क्लिनिक या नजदीकी सीनियर सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर से अवश्य संपर्क करना चाहिए। पुरुषों में कम यौन इच्छा के लक्षण निम्नलिखित हैं:-
- यौन जीवन में रुचि का कम होना
- इरेक्टाइल डिसफंक्शन के मामले में
- पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या कम होना
- मांसपेशियों की हानि के मामले में
दुबे क्लिनिक हमेशा सभी प्रकार के यौन रोगियों को उपचार, दवा और परामर्श प्रदान करने के लिए हर समय मददगार है। यौन सुधार के लिए यह क्लिनिक यौन रोगियों को निम्नलिखित सभी विशेषाधिकार व सलाह प्रदान करता है।
- आवश्यक वस्तुओं के साथ वैवाहिक एवं यौन जीवन का महत्व
- दंपत्ति जीवन के बीच समय प्रबंधन के लिए काउन्सलिंग
- शारीरिक स्नेह का सही तरीका एवं भावनाओ का सम्मान
- प्राकृतिक संसाधनों का समुचित उपयोग दैनिक जीवन में
- यौन कल्पनाओं में सुधार व वास्तविकता में जीने का टिप्स
- व्यायाम- जैसे केगेल एक्सरसाइज और अन्य सुझाव
- तकनीकें- जैसे स्टार्ट और स्टॉप व यौन व्यवहारिकता
- उचित स्वस्थ आहार और जीवनशैली का समन्वयन
- अच्छे स्वास्थ्य संबंधी नियम व संतुलित जीवन
- शादीशुदा जोड़े के लिए महत्वपूर्ण टिप्स
निष्कर्ष:
अगर आप किसी भी समस्या से पीड़ित हैं चाहे वह यौन हो या शारीरिक, तो उसे छिपाने या टालने की कोशिश न करें। जहां चाहें स्वास्थ्य सेवाओं से परामर्श लें। हमारे अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है कि हम अपनी समस्या का शुरुआती चरण में ही ध्यान रखें। दुबे क्लिनिक सभी प्रकार के यौन रोगो का इलाज प्राकृतिक तरीको से करता है।
शुभकामना सहित:
भारत में एक प्रमाणित क्लिनिक
डॉ. सुनील दुबे, गोल्ड मेडलिस्ट सेक्सोलॉजिस्ट
बी.ए.एम.एस. (रांची) | एम.आर.एस.एच (लंदन) | पीएच.डी. आयुर्वेद में (यूएसए)
स्थान: दुबे मार्केट, लंगर टोली चौराहा, पटना - 04
हेल्पलाइन नंबर: +91 98350 92586; +91 91555 55112